एक वही मल्लाह
सबका खेवनहार है, एक वही मल्लाह
हिन्दी में भगवान है, अरबी में अल्लाह
अरबी में अल्लाह, रंग अनेक हैं उसके
उसके सारे स्थान, ढंग अनेक हैं उसके
महावीर कविराय, न कोई कुनबा-तबका
बीच घिरे मझधार, नाखुदा है वो सबका
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सबका खेवनहार है, एक वही मल्लाह
हिन्दी में भगवान है, अरबी में अल्लाह
अरबी में अल्लाह, रंग अनेक हैं उसके
उसके सारे स्थान, ढंग अनेक हैं उसके
महावीर कविराय, न कोई कुनबा-तबका
बीच घिरे मझधार, नाखुदा है वो सबका
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