Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2021 · 1 min read

एक लड़की

धड़कनों की पुकार थी, क्या थी
या कि जाने-बहार थी, क्या थी
तन-बदन पर जो छा गयी आकर
वो बसन्ती बयार थी, क्या थी

सर्द मौसम था जबकि पहले पहल
शाम की चाय पर मिली थी वो
देखकर मैं भी मुस्कुराया था
और कचनार सी खिली थी वो

अनकही अनसुनी कहानी थी
धूप जाड़े की वो सुहानी थी
भूल जाऊँ तो किस तरह भूलूँ
पाक उल्फत की जो निशानी थी

ज़ुल्फ़ थी या कोई सावन की घटा
होंठ थे या कि सुर्ख़ पंखुड़ियाँ
देखकर झील सी गहरी आँखें
रोज़ जलती थीं हसद से परियाँ

हक़ जताने की अदा क्या कहिए
रूठ जाने की अदा क्या कहिए
फोन में चुपके से अपना नम्बर
डाल जाने की अदा क्या कहिए

शाम की सुरमई निगाहों में
खूबसूरत सा ख़्वाब बन के रही
चुलबुली सोनचिरैया जैसी
आशियाने में मेरे मन के रही

मौज थी, नाव थी, साहिल थी वो
मेरे हर रंग में शामिल थी वो
कभी आसान हमसफ़र सी रही
मन्ज़िलों सी कभी मुश्किल थी वो

वह मेरे साथ यूँ रही जैसे
अनुत्तरित सा प्रश्न हो कोई
मैं था जैसे कि देख राधा को
चकित-मुदित सा कृश्न हो कोई

शोख़ झेलम, चिनाब जैसी थी
वो ग़ज़ल की किताब जैसी थी
भूल पाया न मैं जिसे पल भर
एक लड़की गुलाब जैसी थी
© शैलेन्द्र ‘असीम’

Language: Hindi
267 Views

You may also like these posts

।। परिधि में रहे......।।
।। परिधि में रहे......।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Value the person before they become a memory.
Value the person before they become a memory.
पूर्वार्थ
ये हक़ीक़त है
ये हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
कहानी -अभागन
कहानी -अभागन
Yogmaya Sharma
'ग़ज़ल'
'ग़ज़ल'
Godambari Negi
हुस्न छलक जाता है ........
हुस्न छलक जाता है ........
Ghanshyam Poddar
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
पर्यावरण में मचती ये हलचल
पर्यावरण में मचती ये हलचल
Buddha Prakash
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
//••• हिंदी •••//
//••• हिंदी •••//
Chunnu Lal Gupta
24--- 🌸 कोहरे में चाँद 🌸
24--- 🌸 कोहरे में चाँद 🌸
Mahima shukla
शिव शंभू भोला भंडारी !
शिव शंभू भोला भंडारी !
Bodhisatva kastooriya
*रामपुर में जैन-इतिहास के शोधकर्ता श्री भारत भूषण जैन*
*रामपुर में जैन-इतिहास के शोधकर्ता श्री भारत भूषण जैन*
Ravi Prakash
एहसास
एहसास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ఆక్సిజన్ అపానవాయువు
ఆక్సిజన్ అపానవాయువు
Otteri Selvakumar
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
लाज शर्म की फाड़ दी,तुमने स्वयं कमीज
लाज शर्म की फाड़ दी,तुमने स्वयं कमीज
RAMESH SHARMA
🙅विषम-विधान🙅
🙅विषम-विधान🙅
*प्रणय*
‘ विरोधरस ‘ [ शोध-प्रबन्ध ] विचारप्रधान कविता का रसात्मक समाधान +लेखक - रमेशराज
‘ विरोधरस ‘ [ शोध-प्रबन्ध ] विचारप्रधान कविता का रसात्मक समाधान +लेखक - रमेशराज
कवि रमेशराज
हरतालिका तीज
हरतालिका तीज
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
तूं राम को जान।
तूं राम को जान।
Acharya Rama Nand Mandal
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
#बेबस लाचारों का
#बेबस लाचारों का
Radheshyam Khatik
जिसकी शाख़ों पर रहे पत्ते नहीं..
जिसकी शाख़ों पर रहे पत्ते नहीं..
Shweta Soni
अभिनेत्री वाले सुझाव
अभिनेत्री वाले सुझाव
Raju Gajbhiye
मुक्तक
मुक्तक
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
4217💐 *पूर्णिका* 💐
4217💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैं क्या लिखूँ
मैं क्या लिखूँ
Aman Sinha
गुमशुदा
गुमशुदा
Rambali Mishra
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...