एक लड़की
शरमाई सी सहमी सी
आज लग रही थी वो
जब पहली बार देखा
तो बच्ची लग रही थी वो।।
अब तो मैं उसे
बरसों से जानता हूं
अपना एक अच्छा
दोस्त मानता हूं।।
दिल की साफ है वो
बेहद सुंदर है वो
जो दिल में हो बस
वो कह देती है वो।।
थोड़ी चंचल है वो
थोड़ी चुलबुली है वो
छेड़ोगे उसे अगर तो
बहुत बुरी है वो।।
है तो बहुत अच्छी
लेकिन भावनाओं में
कभी बह जाती है वो
गुस्सा भी करती है
कभी कभी लेकिन
दिल की सच्ची है वो।।
आंखें उसकी काली है
गालों में उसके लाली है
ऐसी दुबली पतली है
कानों में उसके बाली है।।
जैसी है वैसी ही रहे
और हर खुशी पाए वो
पाना चाहे जो मंजिलें
दुआ है ज़रूर पाए वो।।