एक लंबी रात
एक लंबी रात
जागने के बाद
हर सुबह उठते ही
मुझे, मेरे ज़िंदा होने का
एहसास होता है
मुझे लगता है
मेरा होना तमाम निराशाओं,
हताशाओं,आशाओं
और उम्मीदों का पर्याय है
जीवन कितना भी नीरस क्यों न लगे,
मेरे हिस्से की खुशियां
कौन छीन पाएगा मुझसे
हिमांशु Kulshrestha