Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2022 · 1 min read

एक बावली सी लड़की

थी एक बावली सी लड़की,
बड़ी ही ज़िद्दी थी,
बस अपनी ही मनमानी करती थी वो,
और नकचढ़ी भी कहते थे लोग उसे,
पर थी बड़ी ही मासूम भी,
भोली-भाली सी, सीधी-साधी सी,
जो किसी को रोते देखे तो खुद भी रो पड़े,
ऐसी पागल थी वो,
हर वक़्त ख़्वाबों में गुम रहने वाली,
बात ही बात पे मुस्कुराने वाली,
जाने अब कहाँ गुम हो गयी है वो,
कौन सा ऐसा दुःख उसे,
अब वो मुस्कुराती भी नहीं,
चुपके- चुपके रोती रहती है वो,
जाने कौन सा गम है जो,
अब वो खुद से ही रूठी सी लगती है,
लोगों की भीड़ में भी तन्हा-तन्हा
फिरती रहती है वो,
जाने क्या गम है उसे,
जो खुद से ही अब रूठ गयी है वो,
जाने कहाँ खो गयी है वो बावली सी लड़की,
वो नकचढ़ी, ज़िद्दी सी लड़की,
जाने क्यों तन्हा-तन्हा फिरती रहती है वो,
जाने क्यों अब चुप-चुप सी रहने लगी है वो,
जाने क्यों, जाने क्यों, जाने क्यों????

Language: Hindi
4 Likes · 1 Comment · 1304 Views

You may also like these posts

एक पति पत्नी के संयोग से ही एक नए रिश्ते का जन्म होता है और
एक पति पत्नी के संयोग से ही एक नए रिश्ते का जन्म होता है और
Rj Anand Prajapati
शख़्सियत
शख़्सियत
Ruchi Sharma
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ये तो मुहब्बत में
ये तो मुहब्बत में
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
इतना रोई कलम
इतना रोई कलम
Dhirendra Singh
मुक्ति
मुक्ति
Amrita Shukla
बहुत पढ़ी थी जिंदगी में
बहुत पढ़ी थी जिंदगी में
VINOD CHAUHAN
तरुणाई इस देश की
तरुणाई इस देश की
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
धुंध इतनी की खुद के
धुंध इतनी की खुद के
Atul "Krishn"
प्रतिभा की विशेषताएँ
प्रतिभा की विशेषताएँ
Rambali Mishra
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
Keshav kishor Kumar
ये दिल भी न
ये दिल भी न
sheema anmol
*उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )*
*उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )*
Ravi Prakash
एक तरफ मां के नाम पर,
एक तरफ मां के नाम पर,
नेताम आर सी
गीत.......✍️
गीत.......✍️
SZUBAIR KHAN KHAN
जब से दिल संकरे होने लगे हैं
जब से दिल संकरे होने लगे हैं
Kanchan Gupta
प्रेम शाश्वत है
प्रेम शाश्वत है
Harminder Kaur
फूलों से मुरझाना नहीं
फूलों से मुरझाना नहीं
Chitra Bisht
ढूंढें .....!
ढूंढें .....!
Sangeeta Beniwal
4282.💐 *पूर्णिका* 💐
4282.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पानी  के छींटें में भी  दम बहुत है
पानी के छींटें में भी दम बहुत है
Paras Nath Jha
ସଦାଚାର
ସଦାଚାର
Bidyadhar Mantry
ग़ज़ल _ मंज़िलों की हर ख़बर हो ये ज़रूरी तो नहीं ।
ग़ज़ल _ मंज़िलों की हर ख़बर हो ये ज़रूरी तो नहीं ।
Neelofar Khan
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
Kumar lalit
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
sushil yadav
कर जतन बचें भौंरा तितली
कर जतन बचें भौंरा तितली
Anil Kumar Mishra
देख भाई, सामने वाले से नफ़रत करके एनर्जी और समय दोनो बर्बाद ह
देख भाई, सामने वाले से नफ़रत करके एनर्जी और समय दोनो बर्बाद ह
ruby kumari
शिक्षक
शिक्षक
Godambari Negi
तमगा
तमगा
Bodhisatva kastooriya
हमसे नजरें चुराओगे कब तक
हमसे नजरें चुराओगे कब तक
Jyoti Roshni
Loading...