Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2020 · 2 min read

एक पहल कोरोना को हराने की

आओ मिकलर पहल करें,
कोरोना को हराने की,
अपने भारत वर्ष को फिर से,
विश्व गुरु बनाने की,
मुँह पर अपने मास्क बांधलो,
साबुन से धो हाथ,
रखें बनाकर दूरी सामाजिक,
एक दूसरे के साथ,
अनावश्यक न घर से निकले,
और न ऐसा काम करें,
इस युद्ध से जितना है तो,
घर मे ही आराम करें,
गर कोई है कोरोना पीड़ित,
उसका न अपमान करें,
पुलिस,सेना,चिकित्सा सेवा,
सबका हम सम्मान करें,
जितना भी मुश्किल हो जाए,
छोड़े न हम साथ,
नमस्कार दिनचर्या में लाए,
नही मिलाएं हाथ,
इस अंजान शत्रु से लड़ने,
यह करना है जरूरी,
यह कोरोना की लड़ाई है,
इसके बिना अधुरी,
इस युद्ध को लड़ने खातिर,
सरकार की योजना भारी है,
आत्मनिर्भर बनने की अब,
जनता की भी बारी है,
वेतन,भत्ते,ऋण,घर किराया,
इन सब को आसान करें,
लॉक डाउन की इस घड़ी में,
किसी को न परेशान करें,
यह भी रखें ध्यान में अपने,
कोई न भूखा रह जाए,
मदद करें हम दिन दुःखियों की,
जितना हम से बन पाए,
कोशिश करें हमेशा हम,
कोई भी न हो डर,
पैसों की किल्लत से वे,
छोड़े न अपना घर,
भगवान किसी को न दिखाएं,
गरीबी का वो पल,
परिवार की जिम्मेदारियों से,
वे निकल पड़े पैदल,
ऐसी घड़ी न आने दें,
कि कोई अपना घर छोड़े,
मदद करें और रोक के उनको,
कोरोना चक्र को तोड़े,
सरकार ने तो कर दिया,
अब अपना भी बनता है,
कोई भूखा है कोई प्यासा है,
सड़कों पर अब जनता है,
आओ सबकी भूख मिटायें,
ऐसा अमल हम करते है,
सबको सुरक्षित घर पहुँचाने,
योजना सफल हम करते हैं,
इस बीमारी से लड़ने को,
शक्ति प्रबल हम करते हैं,
पहले भी हम लड़ चुकें हैं,
चलो फिर से लड़ते हैं
नही जीतेगा हारेगा हमसे,
इससे नही हम डरते हैं,
कोरोना हराने की की खातिर,
एक पहल हम करते हैं,

– विनय कुमार करुणे

Language: Hindi
2 Likes · 280 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Dr.Priya Soni Khare
पैसा
पैसा
Sanjay ' शून्य'
"भँडारे मेँ मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मुजरिम करार जब कोई क़ातिल...
मुजरिम करार जब कोई क़ातिल...
अश्क चिरैयाकोटी
एक तुम्हारे होने से....!!!
एक तुम्हारे होने से....!!!
Kanchan Khanna
पाती
पाती
डॉक्टर रागिनी
लिखना चाहूँ  अपनी बातें ,  कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
लिखना चाहूँ अपनी बातें , कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
DrLakshman Jha Parimal
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
कलरव में कोलाहल क्यों है?
कलरव में कोलाहल क्यों है?
Suryakant Dwivedi
कहते हैं मृत्यु ही एक तय सत्य है,
कहते हैं मृत्यु ही एक तय सत्य है,
पूर्वार्थ
जागृति और संकल्प , जीवन के रूपांतरण का आधार
जागृति और संकल्प , जीवन के रूपांतरण का आधार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अजनबी !!!
अजनबी !!!
Shaily
आज की तारीख़ में
आज की तारीख़ में
*Author प्रणय प्रभात*
तूझे क़ैद कर रखूं ऐसा मेरी चाहत नहीं है
तूझे क़ैद कर रखूं ऐसा मेरी चाहत नहीं है
Keshav kishor Kumar
अनजान दीवार
अनजान दीवार
Mahender Singh
Janab hm log middle class log hai,
Janab hm log middle class log hai,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
नीति अनैतिकता को देखा तो,
नीति अनैतिकता को देखा तो,
Er.Navaneet R Shandily
प्रकृति
प्रकृति
Monika Verma
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
'अशांत' शेखर
क़भी क़भी इंसान अपने अतीत से बाहर आ जाता है
क़भी क़भी इंसान अपने अतीत से बाहर आ जाता है
ruby kumari
*तू बन जाए गर हमसफऱ*
*तू बन जाए गर हमसफऱ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वक़्त के साथ
वक़्त के साथ
Dr fauzia Naseem shad
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मैं आग लगाने आया हूं
मैं आग लगाने आया हूं
Shekhar Chandra Mitra
यूँ ही ऐसा ही बने रहो, बिन कहे सब कुछ कहते रहो…
यूँ ही ऐसा ही बने रहो, बिन कहे सब कुछ कहते रहो…
Anand Kumar
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"खैरात"
Dr. Kishan tandon kranti
वैसे अपने अपने विचार है
वैसे अपने अपने विचार है
शेखर सिंह
बचपन
बचपन
लक्ष्मी सिंह
Loading...