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7 Nov 2024 · 1 min read

एक नया रास्ता

एक नया रास्ता

यह कहाँ ला दिया है,
जहाँ अंतरिक्ष सा अंधकार है,
आगे चमकता सूरज है,
तो पीछे काला संसार है।

दो कदम आगे बढ़ता हूँ तो
ऊष्मा साहस जला देती है,
पीछे की ओर मुड़ता हूँ तो
अधियारा मुझे गिरा देती है।

एक नए पथ का निर्माण
आज यहाँ मुझे करना होगा,
जहाँ अनुभवों के नुकीले पत्थरों से
ऊष्मा दिखा, इनसे लड़ना होगा।

– बिंदेश कुमार झा

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