एक दोस्त है…
एक दोस्त है..
जिससे अब बात नहीं होती
पहले जैसी कहीं कोई मुलाकात नहीं होती
वो जिसने साथ -साथ देखना शुरू किया था सपना
वो जो थोड़ा ज्यादा ही था अपना
एक रोज भी जिसके बना नहीं था दिन गुजरता
उसके साथ अब कोई रात नहीं होती
एक दोस्त है..
जिससे अब बात नहीं होती
वो जिसके खुश होने में
मैं ढूंढ लेता था अपनी भी खुशियां
वो जिसके आसपास होने से
अच्छी लगती थी दुनियां
वो जो कहता था उम्र भर निभाऊंगा साथ तेरा
वो जो बिना कहे समझ जाता था मेरे मन को
सच है की अब
उससे मुलाकात नहीं होती
एक दोस्त है…
जिससे अब बात नहीं होती.
©️ अभिषेक Rajhans