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13 Sep 2024 · 1 min read

एक दूसरे से उलझकर जो बात नहीं बन पाता,

एक दूसरे से उलझकर जो बात नहीं बन पाता,
परस्पर सम्मान व अपनापन से जरूर बन जाता!
आगे बढ़ने के लिए परस्पर सहयोग की भावना हो,
ठेस पहुॅंचाने हेतु किसी के प्रति नहीं दुर्भावना हो!!

…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 34 Views
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