एक दिन हमने चांद से कहा ऐ बेदर्द पगली!
एक दिन हमने चांद से कहा
ऐ बेदर्द पगली!
तू हमको छोड़,
आकाश की गोंद में क्यों जा बैठी?
चांद ने कहा कि हम
प्रेम तो तुम्ही से करते हैं।
मंगल की सैर करने की चाह में
आकाश से दिल्लगी कर बैठे।।
एक दिन हमने चांद से कहा
ऐ बेदर्द पगली!
तू हमको छोड़,
आकाश की गोंद में क्यों जा बैठी?
चांद ने कहा कि हम
प्रेम तो तुम्ही से करते हैं।
मंगल की सैर करने की चाह में
आकाश से दिल्लगी कर बैठे।।