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20 Mar 2023 · 1 min read

एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो

एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो
आप हमसे मिले और बरसात हो

आप फिसले मैरी गोद में आ गिरे
बस ख़ुदा की तरफ़ से ये सौग़ात हो

आपसे पूछ पाऊँ ‘ लगी तो नहीं ‘
हैसियत इतनी हो इतनी औक़ात हो

भीड़ पीछे हमारे चले इस क़दर
देखकर यूँ लगे जैसे बारात हो

चाँद सूरज हमारे लिए कुछ नहीं
आपसे ही फ़क़त अपने दिन-रात हो

जॉनी अहमद ‘क़ैस’

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