एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो
एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो
आप हमसे मिले और बरसात हो
आप फिसले मैरी गोद में आ गिरे
बस ख़ुदा की तरफ़ से ये सौग़ात हो
आपसे पूछ पाऊँ ‘ लगी तो नहीं ‘
हैसियत इतनी हो इतनी औक़ात हो
भीड़ पीछे हमारे चले इस क़दर
देखकर यूँ लगे जैसे बारात हो
चाँद सूरज हमारे लिए कुछ नहीं
आपसे ही फ़क़त अपने दिन-रात हो
जॉनी अहमद ‘क़ैस’