–एक दिन की भेड़चाल–
हम लोग भेड़ चाल की तरह
दुनिआ में काम करते हैं
एक दिन के लिए न जाने
क्या क्या ढोंग करते हैं !!
जैसे आज योग दिवस है आया
लोगों ने योग कर कर के दिखाया
सारा साल आलस में हैं निकालते
पता नहीं कैसे आज ही के दिन जागते !!
व्यायाम करना क्या इसी बाबा ने सिखाया ?
उसने तो इस आड़ में अपना व्यापार बढ़ाया
पहले खा लो भर पेट फिर करो योगासन
यह कैसा दुनिआ ने अद्भुत खेल रचाया !!
करो कसरत नित नियम से बनो बलवान
खान पान का सारा दिन अपना रखो ध्यान
फास्ट फ़ूड को न जाने दो अपने अंदर
जरुरत नहीं फिर और चीज की बनो सिकंदर !!
सब पैसे का खेल है और कुछ भी नहीं है
नित्य कसरत करो , सुबह शाम करो घुमान
रात को सोने से ३ घंटे पहले करो खानपान
खुद में पाओ बदलाव फिर बनोगे तुम महान !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ