एक दिन आएगा
एक दिन आएगा
जब तू भी मुस्कुराएगा
जायेगा खाली हाथ
झोली भर कर आएगा
होंगे खुशी के आंसू
चेहरा तेरा मुस्कुराएगा
जो नहीं जानता तुम्हें
वो भी पहचान जायेगा।।
एक दिन आएगा
जब तू भी मुस्कुराएगा
मेहनत करता रहेगा
कल ज़रूर जीत जायेगा
जायेगा जब जंग में
विजय पताका फैलाएगा
हराकर दुश्मनों को
तू दिन में तारे दिखाएगा।।
एक दिन आएगा
जब तू भी मुस्कुराएगा
कल होगा हमारा ही
जो आज पसीना बहाएगा
लहलहाएगी फसल
उसकी सही कीमत पाएगा
घर में होगी खुशहाली
कभी तो तू सुकून पाएगा।।
एक दिन आएगा
जब तू भी मुस्कुराएगा
रो रहा गलियों में आज
कल तू पढ़ लिख जायेगा
मिलेगी नौकरी अच्छी तो
मां बाप की इज्जत बढ़ाएगा
बढ़ता रहा ऐसे ही आगे
सबका दिल जीत जायेगा।।
एक दिन आएगा
जब तू भी मुस्कुराएगा
गम जिंदगी के सारे
जब तू ये भूला जायेगा
खुश होंगे घरवाले
तेरा घर भी जगमगाएगा
आज नहीं तो कल
वो दिन ज़रूर आएगा।।