एक तू ही वह लड़की है
एक तू ही वह लड़की है, जिसको प्यार मैंने किया है।
जिसको सच्चे दिल से चाहा है, और दिल मैंने दिया है।।
एक तू ही वह लड़की है———————।।
यूँ तो दिल बहुत दीवाना है, नहीं जोर इसपे किसी का।
मचल जाता है झट में दिल, सुंदर चेहरा देखकै किसी का।।
झूठ नहीं कहता हूँ मैं, पसंद दिल ने तुमको किया है।
तुमसे ही प्यार है इसको, इसने तेरा नाम लिया है।।
एक तू ही वह लड़की है————————।।
चाहता नहीं मैं तुम्हें अगर, क्यों तुमको खत मैं लिखता।
क्यों तुमको ऐसे मनाता, क्यों तुमसे झगड़ा मैं करता।।
तू नहीं हो जाये किसी की, साथी तुम्हें जो मान लिया है।
करता हूँ तारीफ मैं सिर्फ तेरी, जीवन तेरे नाम किया है।।
एक तू ही वह लड़की है———————–।।
हमसे यूँ परदा करो नहीं, हमसे खुद को मत तुम छुपाओ।
बातें करो हमसे आकर करीब तुम, नहीं हमसे तुम शर्माओ।।
ख्वाब मेरा सिर्फ तू ही है, मंजिल तुमको ही मान लिया है।
तू है चमन मेरी खुशियों का, तुमको ही मैंने रोशन किया है।।
एक तू ही वह लड़की है ————————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)