एक तरफा मोहब्बत
वह मेरे पीछे था
पर मैं उसके पीछे नहीं
वह मेरे साथ एक कहानी बुन
रहा था
पर मैं किसी भी तरह से
उसकी कहानी की पात्र नहीं
वह मेरे साथ जीना चाहता था
पर मैं उसकी जिन्दगी का
अहम हिस्सा बनने को तैयार नहीं
उसे मेरी जुस्तजू थी
आरजू थी
मुझसे मोहब्बत थी
पर मैं उस से मुखातिब नहीं
उसके इश्क में गिरफ्तार नहीं
उसकी कद्रदान नहीं
न मैं उसकी कर्जदार थी
न गुनहगार
न उसके घर की मालकिन
न किरायेदार
मेरा कोई रास्ता उसके
घर से होकर नहीं गुजरता था
दिल की कोई खिड़की
उसकी एक नजर को नहीं
तरसती थी
मेरे बाग की कोई कली
उसे देख मुस्कुराकर
फूल बनकर
नहीं खिलती थी
मैं तो हकीकत में क्या
ख्वाबों में भी उससे कभी नहीं
मिलती थी
यह एक तरफा मोहब्बत का
दोहरा असर था उस पर
कि मैं उसे बिन पिये
बिन नशे के
एक नहीं दो दो दिखती थी।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001