एक तरफा प्यार
एक तरफा प्यार का सच है
जीवन और शरीर का नाम है
एक तरफा प्यार हमारा खुद है
कल पल का न हम को पता है
सच तो हमको मालूम रहता है
फिर भी मन में एक तरफा प्यार हैं
हर इंसा एक तरफा प्यार करता है
सच स्वार्थ वो अपनों से भी रखता हैं
प्रेम चाहत मोहब्बत हां तुमसे करता है
एक तरफा प्यार मन का मंथन रहता हैं
सच और झूठ एक तरफा प्यार कहता है
तुम मेरी हो धन दौलत के साथ वहम रहता हैं
सच तो यही बस एक तरफा प्यार ही सबको होता हैं
समझौतों के साथ हम सभी जीवन को समझाते हैं
हां सच तो यही एक तरफा प्यार ही हमको रहता हैं।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र