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3 Apr 2020 · 1 min read

एक डायलॉग

★पुराना शेर याद आ गया जो एक सेमिनार में लिखा था मैंने।★

चंद किताबें पढ़कर मेरे सिध्दांतों को समझने की कोशिश न करो।
मेरे सिध्दांतों को समझने के लिये अभी किताबे लिखना बाकी है।

©कलम घिसाई

Language: Hindi
2 Likes · 471 Views

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