Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
मधुसूदन गौतम
29 Followers
Follow
Report this post
25 Oct 2019 · 1 min read
एक डायलॉग
मैंने बहुत अमीरों को गरीब होते देखा है।
हेल्थ की वेल्थ गंवाकर , कमाते देखा है।
Language:
Hindi
Tag:
तेवरी
Like
Share
1 Like
· 262 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
"" *वाङमयं तप उच्यते* '"
सुनीलानंद महंत
*श्री सुंदरलाल जी ( लघु महाकाव्य)*
Ravi Prakash
जल बचाओ, ना बहाओ।
Buddha Prakash
फूल या कांटे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
Keshav kishor Kumar
शुभ प्रभात संदेश
Kumud Srivastava
कितना तन्हा, खुद को वो पाए ।
Dr fauzia Naseem shad
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अवसाद
Dr. Rajeev Jain
तमाम उम्र काट दी है।
Taj Mohammad
माॅ
Santosh Shrivastava
शीर्षक:"बहन मैं उसे
Harminder Kaur
अजनबी
लक्ष्मी सिंह
" कैसे "
Dr. Kishan tandon kranti
🌻 गुरु चरणों की धूल🌻
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ओ त्याग मुर्ति माँ होती है
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
तुम वह दिल नहीं हो, जिससे हम प्यार करें
gurudeenverma198
बचपन की यादें
Anamika Tiwari 'annpurna '
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
छुप छुपकर मोहब्बत का इज़हार करते हैं,
Phool gufran
मोबाइल फोन
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
जय हिन्दू जय हिंदुस्तान,
कृष्णकांत गुर्जर
I want to tell them, they exist!!
Rachana
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
खिलते हरसिंगार
surenderpal vaidya
ये बेकरारी, बेखुदी
हिमांशु Kulshrestha
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आफ़ताब
Atul "Krishn"
इन आँखों को हो गई,
sushil sarna
गज़ल बन कर किसी के दिल में उतर जाता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...