एक जीनियस शायर
अगर उनका शौहर
नहीं तो क्या हुआ!
महबूब शायर तो मैं
उनका बन ही गया!
ऐ गम़-ए-आशिकी
तेरा बहुत शुक्रिया!
एक कमाल का फ़न
तूने मुझे दे दिया!
इसे इत्तफाक कहिए
या क़िस्मत का खेल
आशिक की शिकस्त ही
शायर की फ़तह बन गई!
ठुकराया थी कभी
जिन्होंने मेरा इश्क़
उन्हीं के होठों पर
आजकल शेर मेरा!!
Shekhar Chandra Mitra
#इंकलाबीशायर
#RomanticRebel