Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Ashwini sharma
25 Followers
Follow
Report Content
22 Jun 2024 · 1 min read
एक छोटी सी तमन्ना है जीन्दगी से।
एक छोटी सी तमन्ना है जीन्दगी से।
एक बार मुझे मौत से मिलकर आने दे।।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
21 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
हमारा भारतीय तिरंगा
Neeraj Agarwal
मैं फकीर ही सही हूं
Umender kumar
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
Manisha Manjari
तूं ऐसे बर्ताव करोगी यें आशा न थी
Keshav kishor Kumar
बंद करो अब दिवसीय काम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
6. शहर पुराना
Rajeev Dutta
*पिताजी को मुंडी लिपि आती थी*
Ravi Prakash
तुम यह अच्छी तरह जानते हो
gurudeenverma198
दिल का दर्द, दिल ही जाने
Surinder blackpen
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
manjula chauhan
यदि आप अपनी असफलता से संतुष्ट हैं
Paras Nath Jha
"देखना हो तो"
Dr. Kishan tandon kranti
#बहुत_जल्द
*प्रणय प्रभात*
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
देश भक्ति का ढोंग
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पूर्वार्थ
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कृष्णा सोबती के उपन्यास 'समय सरगम' में बहुजन समाज के प्रति पूर्वग्रह : MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀 *वार्णिक छंद।*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
भरत मिलाप
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
होली (विरह)
लक्ष्मी सिंह
मंज़िल को पाने के लिए साथ
DrLakshman Jha Parimal
कुछ बातें पुरानी
PRATIK JANGID
तलाशती रहती हैं
हिमांशु Kulshrestha
2731.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
कवि रमेशराज
सफलता का महत्व समझाने को असफलता छलती।
Neelam Sharma
नदी की करुण पुकार
Anil Kumar Mishra
भावुक हृदय
Dr. Upasana Pandey
झुकना होगा
भरत कुमार सोलंकी
Loading...