एक चोर।
विज्ञान के देश में चोरी की घटनाओं बढ़ने लगी थी। विज्ञान देश के राजा ने तमाम आधुनिक सिक्योरिटी बढ़ा दी गई थी। लेकिन फिर भी चोरी की घटनाएं कम नही हुई। एक दिन राजा ने मंत्रीयो से चोर को पकड़ बाने के लिए कहा गया।आपको जितनी पुलिस चाहिए आप ले लिजिए पर आप चोर को पकड़ों।राजा ने कहा जितना धन चाहिए आप ले ले। जल्दी से जल्दी उस चोर को पकड़ों।उस चोर को पकड़ने के लिए तमाम तरह की योजनाएं बनाई। नाकेबंदी कर दी गई।सब कुछ इंतजाम राजा ने करवा दिए। फिर भी चोरी पकड़ से बाहर था । चूंकि चोर बहुत बड़ा वैज्ञानिक था। पुलिस केवल लकीर के फकीर बनकर काम करती थी। चोर पुलिस से काफी चालाक था।चोर चोरी में मास्टर डिग्री प्राप्त की थी। इसलिए वह हर जगह से बच निकलता था। अब विज्ञान देश के राजा ने अपने ही कर्मचारियों में कमी ढूंढने वाली टीम गठित की।कि जिस जिस विभाग में जो कर्मचारी हैं। उनकी कमी तालाश कर मुझे बताया जाये।चोर को इस बात का पता लग गया।तो वह उस टीम में रिश्वत देकर भर्ती हो गया।यह भर्ती कैसे हुआ। उसने सभी दस्तावेज फर्जी तरीके से बनवा लिए। क्योंकि राजा के पास कोई भी विभाग में एक भी कर्मचारी ईमानदारी से काम नही करता था।सभी कर्मचारियों को पैसे कमाने का भूत सवार था।चोर फर्जी दस्तावेजों के सहारे भर्ती होना भी जांच के दायरे में आ गया। उसने राजा के सामने जो बातें बताई उससे सुनकर राजा भौंचक्का रह गया।कि हमने चोर को नहीं ,चोर ने हमें पकड़ा है।।