एक घने वृक्ष की छाँव
✒️?जीवन की पाठशाला ??️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की व्यक्ति जब असफलता का सामना करता है तो मंदिर -मस्जिद -चर्च -गुरूद्वारे भागता है -माथा टेकता है -सजदा करता है ,जैसे ही सफलता प्राप्त करता है उसे ये गुमान हो जाता है की ये तो मेरी निति -योजना और मेहनत का परिणाम है और यही उसका सबसे बड़ा भरम होता है …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जरुरी नहीं की अगर आप किसी से शिद्दत से प्यार करते हैं तो वो भी आपको उसी दीवानगी से प्यार करे क्यूंकि आपके लिए प्यार हर परिस्तिथि में एक सा है और उसके लिए प्यार हालातों के हिसाब से …,आपका प्रेम बेवकूफी भरा दिल से है और उसका प्यार समझदारी से भरपूर प्रैक्टिकल है …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जब वृक्ष पर पतझड़ की छाया आती है तो वृक्ष पत्तों को भी गिरा देता है वो उसे बोझ लगते हैं ,कुछ यही हाल जिंदगी का है जब आपके जीवन में गलत समय -असफलता आती है तो आपको भी अलग कर दिया जाता है -छिटका दिया जाता है क्यूंकि अब आप भी बोझ …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की क्यों ना हम वृद्धाश्रम एवं अनाथालयों को एक जगह ही कर दें जिससे बुजुर्गों को बच्चे और उनका साथ मिल जाये और बच्चों को एक घने वृक्ष की छाँव …!
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
?? विकास शर्मा “शिवाया”?
???
⚛️?☸️??