एक ग़ज़ल
जरा सोच लो दिल लगाने से पहले,
मिटा तो न दोगे बनाने से पहले ।
हमें याद उनकी गज़ब यूँ लगे है,
हँसाती बहुत है रुलाने से पहले ।
कहीं भूल जाओ बुढ़ापे में हमको,
चलो राज़ खोले छुपाने से पहले ।
घुमा ला हमें आज उनकी गली में,
मेरी लाश को तू जलाने से पहले ।
बुरा हाल ऐसा कभी भी नहीं था,
बड़े खुश थे, नजरें मिलाने से पहले ।
-श्रीभगवान बव्वा