एक किताब सी तू
एक किताब सी तू
तूझे पढ़ने को शौखे इत्मीनान चाहिए
एक आफताब सी तू
तूझे देखने को दिदारे इंतजार चाहिए
एक ख़्वाब सी तू
तूझे भरने को निंदे कामयाब चाहिए
एक महताब सी तू
तूझे पाने को इजाज़त खुदाए स्वीकार चाहिए
एक किताब सी तू
तूझे पढ़ने को शौखे इत्मीनान चाहिए
एक आफताब सी तू
तूझे देखने को दिदारे इंतजार चाहिए
एक ख़्वाब सी तू
तूझे भरने को निंदे कामयाब चाहिए
एक महताब सी तू
तूझे पाने को इजाज़त खुदाए स्वीकार चाहिए