एक ऐसा किरदार बनना है मुझे
कहानी का एक ऐसा किरदार बनना है मुझे,
डूबते को जो बचाये वो पतवार बनना है मुझे।
सूरज की आंखें ना चुंधिया जाएं जब तक,
तब तक और चमकदार बनना है मुझे।
तेरे शहर में आऊं पर न मिलूं तुझसे,
तेरी नजरों में इक हथियार बनना है मुझे।
जो कदर ना करें मेरी उसे न चाहूं मैं,
बस इतना ही समझदार बनना है मुझे।