एक एक दीप
घर परिवार ,
खुशियां अपार,
दीपदान,
करे द्वार द्वार,
शुभकामनाएं स्वीकार।
जीवन का अंधकार,
मिटे क्षणभर ,
उजाला बा प्रकाश,
जीवन में रहे भरपूर,।
प्रदूषण का रखो ध्यान,
जनसंख्या महान,
सावधानी रखें ध्यान,
ना बने नादान,
जीवन से तिमिर हटे,
अनेकता में ना बटे,
भाईचारा ना मिटे,
मन का प्रदूषण हटे।
फोड़े फटाके,
प्रदूषित पर्यावरण,
हलचल जमी,
दिवाली पर,
दृढ़ संकल्प लीजिए,
मन का अंधकार,
मिटा लीजिए,
मान बड़े अपना,
सोचे सपना,
कुबेर आसन,
लक्ष्मी प्रसन्न,
कमरतोड़ महंगाई,
कैसे मनाऊं त्यौहार।
*****अंशु कवि**************