Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Sep 2024 · 1 min read

एक उलझी किताब है जीवन

एक उलझी किताब है जीवन।
हाँ.. मग़र लाज़वाब है जीवन।

है उफनता हुआ सा इक दरिया,
या छलकती शराब है जीवन।

मुश्किलों से न तोड़ रिश्ता यूँ,
बस इन्हीं का हिसाब है जीवन।

ये तमाशा नहीं कशाकश है,
कौन कहता खराब है जीवन।

हाँ….! यकीनन हज़ार काँटों में,
एक खिलता गुलाब है जीवन।

पंकज शर्मा “परिंदा”

Language: Hindi
40 Views

You may also like these posts

4515.*पूर्णिका*
4515.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं।
बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है,
इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमशक्ल
हमशक्ल
Sudhir srivastava
अगर कोई लक्ष्य पाना चाहते हो तो
अगर कोई लक्ष्य पाना चाहते हो तो
Sonam Puneet Dubey
फौज
फौज
Maroof aalam
कभी उलझन,
कभी उलझन,
हिमांशु Kulshrestha
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
समाज
समाज
Dr.Archannaa Mishraa
केवल पंखों से कभी,
केवल पंखों से कभी,
sushil sarna
हार नहीं जाना
हार नहीं जाना
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
अभी नहीं पूछो मुझसे यह बात तुम
अभी नहीं पूछो मुझसे यह बात तुम
gurudeenverma198
घमंड
घमंड
Adha Deshwal
कवि/लेखक- दुष्यन्त कुमार (सम्पूर्ण साहित्यिक परिचय)
कवि/लेखक- दुष्यन्त कुमार (सम्पूर्ण साहित्यिक परिचय)
Dushyant Kumar
"विद्युत बल्ब"
Dr. Kishan tandon kranti
The Deep Ocean
The Deep Ocean
Buddha Prakash
कविता: घर घर तिरंगा हो।
कविता: घर घर तिरंगा हो।
Rajesh Kumar Arjun
" मुरादें पूरी "
DrLakshman Jha Parimal
थोङा कड़वा है मगर #लङकियो के लिए सत्य है ।
थोङा कड़वा है मगर #लङकियो के लिए सत्य है ।
Rituraj shivem verma
कर तो रहे हैं वो ,और दे रहे हैं ,
कर तो रहे हैं वो ,और दे रहे हैं ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुक्तक
मुक्तक
*प्रणय*
दामन जिंदगी का थामे
दामन जिंदगी का थामे
Chitra Bisht
10) “वसीयत”
10) “वसीयत”
Sapna Arora
दोेहे
दोेहे
Suryakant Dwivedi
प्रेम की मर्यादा
प्रेम की मर्यादा
singh kunwar sarvendra vikram
दिनकर/सूर्य
दिनकर/सूर्य
Vedha Singh
होंठ को छू लेता है सबसे पहले कुल्हड़
होंठ को छू लेता है सबसे पहले कुल्हड़
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
या सरकारी बन्दूक की गोलियाँ
या सरकारी बन्दूक की गोलियाँ
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
Loading...