एक आहट दिल मे होती… !!
तेरी चाहत मे डूब के यारा, तुझे ढूंढ रहे शहरों -शहर,
तेरी आहट दिल मे होती है, क्यों जाने जां पेहरो -पेहर !!
हर सुबह तेरी चाहत को, महसूस करुँ मन ही मन मे,
सनम… कुछ लफ्ज़ ही शायद निकलेंगे… तेरे मन से मेरे मन तक..!!
उसका ख़्वाहिशों मे होना, ये मेरी ही मंजूरी है,
एक नज़र दिल को भेदे.. ये हरकत भी जरुरी है!!
क्यों आहट मुझको होती है, जैसे जीं रहा तेरे मन मे..
क्या तुझमे डूबके ढूंढ रहा, जैसे प्यासा हूँ बरसो से मैं!!
तेरी चाहत की दुनिया मे, मैं हरपल खोया रहता हूँ,
उसके रुखसार की चाहत मे, सौ -सौ बार मैं जीता-मरता हूँ !!
एक आहट दिल मे होती है … वो मेरी है…
हाँ जिसके लिए… मैं दिन -रात मचलता रहता हूँ… !!
❤Love Ravi ❤