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23 Sep 2021 · 1 min read

एक अनदेखा कोई स्वप्न

न कुछ पाने की चाहत
न कुछ खोने का गम
क्या इस छोटे से जीवन में
कुछ ज्यादा ही देख लिया कि
न जीने की इच्छा
न मरना एक अनदेखा
अनुभव से परे
कोई स्वप्न।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
240 Views
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