एकमत्वता
तेरे मेरे मन की भाषा ,
रचे प्रेम की नव परिभाषा।
एक सपना, एक अभिलाषा,
और हो एक ही आशा ।
दो तन परंतु एक जान,
आत्मा आत्मा करे परस्पर संभाषण,
जीवन संगीत की एक तान ,
यदि यूंही रहे तो फिर कैसी निराशा ।
तेरे मेरे मन की भाषा ,
रचे प्रेम की नव परिभाषा।
एक सपना, एक अभिलाषा,
और हो एक ही आशा ।
दो तन परंतु एक जान,
आत्मा आत्मा करे परस्पर संभाषण,
जीवन संगीत की एक तान ,
यदि यूंही रहे तो फिर कैसी निराशा ।