Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2024 · 1 min read

एकतरफा प्यार

मिल गई न,
ऐ दिल तुझे ठंडक
ख़ूब कराई
तूने मेरी फजीहत…
(१)
बहुत इश्क़ का
भूत चढ़ा था
जान बच गई
चलो वही गनीमत…
(२)
अदालत हुस्न की
होती नहीं तो
किससे करेगा
जाकर शिक़ायत…
(३)
कितना समझाया
तुझे ज़हन ने
लेकिन सुनी नहीं
तूने नसीहत…
(४)
लहूलुहान
किया मेरा वजूद
तू चला था करने
रंगीन तबीयत…
(५)
मारा गया
मुफ़्त में गुलफाम
अरे उसने तो बस
की थी शरारत…
(६)
अब शरीफ़ों
जैसा बैठ कहीं
तुझपे हो
कुदरत की इनायत…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#निष्फल_प्रेम #जुदाई_की_शाम
#दर्द_भरा_गीत #कसक #हूक
#प्रेमी #खलिश #टीस #दर्द #प्रेम
#sadsongs #love #तड़प
#खूने_दिल #हृदय_रक्त #आंसू

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 70 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुझे साहित्य का ज्यादा ज्ञान नहीं है। न ही साहित्य मेरा विषय
मुझे साहित्य का ज्यादा ज्ञान नहीं है। न ही साहित्य मेरा विषय
Sonam Puneet Dubey
*शिवरात्रि*
*शिवरात्रि*
Dr. Priya Gupta
हो पवित्र चित्त, चित्र चांद सा चमकता है।
हो पवित्र चित्त, चित्र चांद सा चमकता है।
Sanjay ' शून्य'
*अदरक (बाल कविता)*
*अदरक (बाल कविता)*
Ravi Prakash
पहली दस्तक
पहली दस्तक
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
इंसान उसी वक़्त लगभग हार जाता है,
इंसान उसी वक़्त लगभग हार जाता है,
Ajit Kumar "Karn"
माँ का आँचल जिस दिन मुझसे छूट गया
माँ का आँचल जिस दिन मुझसे छूट गया
Shweta Soni
बह्र 2122 2122 212 फ़ाईलातुन फ़ाईलातुन फ़ाईलुन
बह्र 2122 2122 212 फ़ाईलातुन फ़ाईलातुन फ़ाईलुन
Neelam Sharma
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Kumud Srivastava
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
Ranjeet kumar patre
निलय निकास का नियम अडिग है
निलय निकास का नियम अडिग है
Atul "Krishn"
रोना ना तुम।
रोना ना तुम।
Taj Mohammad
गीतिका
गीतिका
surenderpal vaidya
इश्क का बाजार
इश्क का बाजार
Suraj Mehra
3850.💐 *पूर्णिका* 💐
3850.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
कई बार हम ऐसे रिश्ते में जुड़ जाते है की,
कई बार हम ऐसे रिश्ते में जुड़ जाते है की,
पूर्वार्थ
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
Dr Manju Saini
" सादगी "
Dr. Kishan tandon kranti
“आखिर मैं उदास क्यूँ हूँ?
“आखिर मैं उदास क्यूँ हूँ?
DrLakshman Jha Parimal
मात्र नाम नहीं तुम
मात्र नाम नहीं तुम
Mamta Rani
అమ్మా దుర్గా
అమ్మా దుర్గా
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
परोपकार
परोपकार
Neeraj Agarwal
मुस्कुराने लगे है
मुस्कुराने लगे है
Paras Mishra
घर घर ऐसे दीप जले
घर घर ऐसे दीप जले
gurudeenverma198
हाइकु - 1
हाइकु - 1
Sandeep Pande
फेसबुक वाला प्यार
फेसबुक वाला प्यार
के. के. राजीव
भजभजन- माता के जयकारे -रचनाकार- अरविंद भारद्वाज माता के जयकारे रचनाकार अरविंद
भजभजन- माता के जयकारे -रचनाकार- अरविंद भारद्वाज माता के जयकारे रचनाकार अरविंद
अरविंद भारद्वाज
जो लोग अपनी जिंदगी से संतुष्ट होते हैं वे सुकून भरी जिंदगी ज
जो लोग अपनी जिंदगी से संतुष्ट होते हैं वे सुकून भरी जिंदगी ज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#लंबी_कविता (तवील नज़्म)-
#लंबी_कविता (तवील नज़्म)-
*प्रणय*
Loading...