एकजुट हो प्रयास करें विशेष
काश नदी की यात्रा पर
निकले नेताओं का कुनबा
तभी वे देख, समझ सकेंगे
सब नदियों में बढ़ता मलबा
व्यक्तिगत लोभवश कब्जा
कर रहे नदियों पे तमाम लोग
तंत्र मूकदर्शक बना देख रहा
यहां वहां होते मनमाने प्रयोग
नदियों में मनमाना खनन कर
न्यौत रहे आपदाओं के दुर्योग
मगर सरकारी मशीनरी सतत
दावे करे कि सुखद हुए परिवेश
हे प्रभु देश के लोगों को देना
सन्मति और सामयिक विवेक
नदियों के संरक्षण के लिए वे
एकजुट हो प्रयास करें विशेष
नदियों के संरक्षण से ही मिल
सकेगी सबको जल की गारंटी
अन्यथा भविष्य में जल के लिए
ढीली करनी होगी सबको अंटी