*ऋषि (बाल कविता)*
ऋषि (बाल कविता)
ऋषि-मुनियों का देश हमारा
बहती गंगा-जल की धारा
यज्ञ हमेशा ऋषि करते थे
वेद-मार्ग पर पग धरते थे
ऋषि कहलाते थे विज्ञानी
आत्मा सिर्फ इन्होंने जानी
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451