Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2021 · 2 min read

ऋषिकेश

सुबह के 7:00 बज चुके थे और मैं अभी भी गंगा तट पर एकान्त बैठा था। रोज की ही तरह आज गंगा मैया शांत थी। ना कोई लहर ना कोई कलरव, चारों तरफ शांति । जैसे पनघट पर स्त्रियां आती है ऐसे ही कुछ छोटे-छोटे पक्षी गंगा तट पर उछल खुद करते हुए उड़ जाते और फिर वहीं पर आ जाते । सूर्य उदय तो हो चुका था लेकिन अभी भी सामने मणिकूट की पहाड़ी पर सूर्य नहीं निकले । आसमान एकदम साफ , कुछ पक्षी गंगा जी की ऊपरी सतह पर उड़ रहे हैं । और दिनों की भाँति आज भोर बहुत ही सुंदर थी । मैं आज ताजी हवा में अपनी सांसो को महसूस कर रहा था। मेरा मन शांत बह रही गंगा की तरह था । मेरा स्वर उड़ते हुए पक्षियों की तरह था और गंगा तट पर उछल कूद करते नन्हे पक्षियों में मैं खुद को देख रहा था ।
ये नील गगन, उमड़ते-घुमड़ते मेघ, और मणिकूट पर्वत मानो ऋषिकेश के मस्तक पर मुकुट के समान ।
ऋषि रैभ्य की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान ने हृषिकेश के रूप में उन्हें दर्शन दिया इसलिये इस शहर को ऋषिकेश कहा जाता है ।
एक तरफ़ टिहरी और पौड़ी की सीमाओं को जोड़ते राम लक्ष्मण झूला पुल । इनके नीचे से गङ्गा मौन होकर गुजरती है । यह आपके और हमारे देखने से पुल हैं लेकिन वास्तव में यह पौड़ी और टिहरी का आपसी मिलाप है । और वानर सेना तो इन पुलों की शान है । इनकी उछल कूद और शैतानियों से यात्रियों का काफी मनोरंजन होता है ।
तीर्थनगरी होने के कारण पूरा ऋषिकेश मन्दिर की शंख घण्टियों से गूंजता रहता है । यहां 8 बजे तक वृक्ष, पौधे खूब झूमते हैं । लेकिन जैसे ही इनकी नज़र सूर्य पर पड़ती है ये सहम जाते हैं । ईधर रामेश्वर मन्दिर में लोगों का सुबह की उपस्थिति देना शुरू हो जाता है ।
गाय के बछड़ो की कमर और गले में हाथ फेरना मुझे बहुत प्रिय है । और दोबारा हाथ न फेरो तो ये मारने लगते हैं । बहुत जिद्दी होते है लेकिन बहुत प्यारे भी । शायद ही इतना वात्सल्य अन्य किसी जीव से मिलता होगा । 13 मंजिला हो या भूतनाथ मन्दिर अपनी विशालता से हर दर्शक का मन मोह लेते हैं ।
यहां हर घर हर गली में हर एक बच्चा योगगुरु है । इसीलिए तो ऋषिकेष World Capitel of Yoga के नाम से जाना जाता है ।
मुझे नही लगता दुनिया में इतना शांत शहर कोई हो । अगर यहाँ गङ्गा मैया नहीं होती तो शायद देश विदेशों से इतने पर्यटक यहाँ कभी न आते । यहाँ छोटे से छोटे और बड़े से बड़े आदमी पर गङ्गा मैया की कृपा है । हमारी तो दिन की शुरुआत ही गङ्गा मैया के दर्शन से ही होती है । हमारे लिए गङ्गा सिर्फ नदी नही है, गङ्गा हमारी आराध्य है, विश्वास है, आस्था है, तीर्थ है और सनातन की धरोहर है ।

Language: Hindi
Tag: लेख
564 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बसंती हवा
बसंती हवा
Arvina
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Our ability to stay focused on the intellectual or creative
Our ability to stay focused on the intellectual or creative
पूर्वार्थ
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
शेखर सिंह
मेरा सुकून
मेरा सुकून
Umesh Kumar Sharma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
Suryakant Dwivedi
3802.💐 *पूर्णिका* 💐
3802.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा।
पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा।
सत्य कुमार प्रेमी
" अल्फाज "
Dr. Kishan tandon kranti
मां शारदा की वंदना
मां शारदा की वंदना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
साक्षात्कार स्वयं का
साक्षात्कार स्वयं का
Pratibha Pandey
"ईद-मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जिंदगी बंद दरवाजा की तरह है
जिंदगी बंद दरवाजा की तरह है
Harminder Kaur
क्या पता मैं शून्य न हो जाऊं
क्या पता मैं शून्य न हो जाऊं
The_dk_poetry
कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा
कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे
उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे
विकास शुक्ल
युद्ध के बाद
युद्ध के बाद
लक्ष्मी सिंह
*श्री शक्तिपीठ दुर्गा माता मंदिर, सिविल लाइंस, रामपुर*
*श्री शक्तिपीठ दुर्गा माता मंदिर, सिविल लाइंस, रामपुर*
Ravi Prakash
I met Myself!
I met Myself!
कविता झा ‘गीत’
सीख का बीज
सीख का बीज
Sangeeta Beniwal
*जाने कब अब उन से  कुर्बत होगी*
*जाने कब अब उन से कुर्बत होगी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अपने माथे पर थोड़ा सा सिकन रखना दोस्तों,
अपने माथे पर थोड़ा सा सिकन रखना दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*****देव प्रबोधिनी*****
*****देव प्रबोधिनी*****
Kavita Chouhan
बीत गया सो बीत गया...
बीत गया सो बीत गया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मैं नहीं जानती
मैं नहीं जानती
भगवती पारीक 'मनु'
Kya ajeeb baat thi
Kya ajeeb baat thi
shabina. Naaz
मर्यादापुरुषोतम श्री राम
मर्यादापुरुषोतम श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मंजिल
मंजिल
Kanchan Khanna
काम क्रोध मद लोभ के,
काम क्रोध मद लोभ के,
sushil sarna
Loading...