ऊ रस्ता देखत अंखिया
जइसे प्यार के
होखे पतिया
ऊ रस्ता देखत
दुगो अंखिया…
(१)
हमरा सपना के
सतरंगी
ओइमें बसल बा
पूरा दुनिया…
(२)
जेतने सुंदर
ओतने चंचल
ओके सोचके
धड़के छतिया…
(३)
बिना पूछले समझे
हमार हाल
बिना कहले कहे
आपन बतिया…
(४)
दूर तअ हो गईल
बाकिर हमके
याद आवेला
अबो दिन-रतिया…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)
#मुंतज़िरनिगाहें
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