ऊँ
ऊँ
★★★★
एक बीज मंत्र है।ऊँ में ही अखिल विश्व ब्रह्मांड समाया हुआ है।ऊँ का नियमित जाप करने से जीवन के सारे कष्ट मिट जाते हैं ।ऊँ आदि है अंत है अनंत है ।ॐ की महिमा अपार है। ऊँ को शब्दों भावों विचारों या किसी परिधि में बांधा नहीं जा सकता। ऊँ में ही संसार का कण कण समाया है।
उँ एक विचार है।जिसमें समस्त सृष्टि. समाहित है।ऊँ जाति धर्म मजहब से मुक्त निराकार सत्ता है।जिसके अंदर समाहित शक्तियाँ ही इस सृष्टि का अनवरत संचालन करती हैं।
ऊँ एक ऐसी शक्ति है कि ऊँ है तो जगत और जीव है।ऊँ के बिना कुछ भी संभव नहीं है।
★सुधीर श्रीवास्तव