ऊँची उड़ान भरो
आशा है तुम खूब तरक्की करो
पंछियों से भी ऊंची उड़ान भरो ।
वहां जाओ जहां मैं न जा सकी
वह करो जो मैं न कर सकी।
तुमसे जुड़ी हम सब की उम्मीदें हैं,
मम्मी-पापा के संघर्ष की लकीरें हैं।
दिदि वकील बन गई,
तुम भी सबों का स्वप्न सकार करो।
मेरे भी नए संघर्षों की शुरुआत हुई।
याद रहे, हमारी कुछ जिम्मेवारी है,
हर मंजिल के बाद एक नई लड़ाई है।
संघर्ष को हम सभी भाई बहन ने देखा,
तिनका तिनका, पाई-पाई जुड़ते/बिखरते देखें।
निर्दोष लोगों को फांसी और
आजीवन कारावास भी देखी।
ममता देखी, स्वाभिमान देखी ।
लोगों का विश्वास भी देखी।
कुछ अंधे भी तुम्हें मिलेंगे,
जो इन बातों को न समझ सकेंगे।
फ़िक्र मत करो
खूब तरक्की करो ।
पंछियों से भी ऊंची उड़ान भरो..
#किसानपुत्री_शोभा_यादव