Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2023 · 1 min read

उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए

उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
कह गए थे की इस सावन मिलने आऊँगी

1 Like · 467 Views
Books from ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
View all

You may also like these posts

*सूरत के अपेक्षा सीरत का महत्व*
*सूरत के अपेक्षा सीरत का महत्व*
Vaishaligoel
विडंबना
विडंबना
Shyam Sundar Subramanian
ओ माँ मेरी लाज रखो
ओ माँ मेरी लाज रखो
Basant Bhagawan Roy
"प्यास धरती की"
राकेश चौरसिया
बेवजह कभी कुछ  नहीं होता,
बेवजह कभी कुछ नहीं होता,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तुम्हारी कलम
तुम्हारी कलम
पूर्वार्थ
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
शिव प्रताप लोधी
**OPS माँग भरा मुक्तक**
**OPS माँग भरा मुक्तक**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
#OMG
#OMG
*प्रणय*
****भाई दूज****
****भाई दूज****
Kavita Chouhan
शिक्षा मे भले ही पीछे हो भारत
शिक्षा मे भले ही पीछे हो भारत
शेखर सिंह
आता जब समय चुनाव का
आता जब समय चुनाव का
Gouri tiwari
तुम तो हो जाते हो नाराज
तुम तो हो जाते हो नाराज
gurudeenverma198
"लाठी"
Dr. Kishan tandon kranti
Love says.
Love says.
Priya princess panwar
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*जश्न अपना और पराया*
*जश्न अपना और पराया*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
रिश्तों की कद्र
रिश्तों की कद्र
Sudhir srivastava
गीत- मुहब्बत की मगर इतना...
गीत- मुहब्बत की मगर इतना...
आर.एस. 'प्रीतम'
अच्छा होना भी
अच्छा होना भी
Dr fauzia Naseem shad
ভাল পাওঁ
ভাল পাওঁ
Arghyadeep Chakraborty
आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे
आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे
Suryakant Dwivedi
बुंदेली दोहा-गर्राट
बुंदेली दोहा-गर्राट
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पूछी मैंने साँझ से,
पूछी मैंने साँझ से,
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Godambari Negi
"मेरा जिक्र"
Lohit Tamta
दिल करता है कि मैं इक गज़ल बन जाऊं और तुम मुझे गुनगुनाओ,
दिल करता है कि मैं इक गज़ल बन जाऊं और तुम मुझे गुनगुनाओ,
Jyoti Roshni
*ज़िन्दगी*
*ज़िन्दगी*
Pallavi Mishra
Loading...