” उस राह नहीं जाऊंगा “
अर्ज करते है !
जाए कहां
ये सोच ही नहीं पाते हैं ,
नए रास्तों की चाहत में ये पांव खुद चले जाते हैं ।
जाने के बाद ही समझ आता है ,
हृदय का इरादा कुछ इस कदर बदल जाता ,
अब उस राह नहीं जाऊंगा बस यही कहते जाता है ।।
– ज्योति
अर्ज करते है !
जाए कहां
ये सोच ही नहीं पाते हैं ,
नए रास्तों की चाहत में ये पांव खुद चले जाते हैं ।
जाने के बाद ही समझ आता है ,
हृदय का इरादा कुछ इस कदर बदल जाता ,
अब उस राह नहीं जाऊंगा बस यही कहते जाता है ।।
– ज्योति