उस पथ पर ले चलो।
उस पथ पर ले चलो,
हे बुद्ध !
तृष्णा मुक्ति मार्ग जहांँ,
शांति करुणा का संसार बसा,
बुद्धम् शरणम् गच्छामि ।
धम्मम् शरणम् गच्छामि ।।
संघम् शरणम् गच्छामि ।।।
उस पथ पर ले चलो ,
हे बुद्ध !
अमल करें पंचशील सदा,
अष्टांगिक मार्ग है जहांँ,
बुद्धम् शरणम् गच्छामि ।
धम्मम् शरणम् गच्छामि ।।
संघम् शरणम् गच्छामि ।।।
उस पथ पर ले चलो ,
हे बुद्ध !
प्रज्ञा शील करुणा से भरा,
मानवता का मार्ग है जहांँ,
बुद्धम् शरणम् गच्छामि ।
धम्मम् शरणम् गच्छामि ।।
संघम् शरणम् गच्छामि ।।।
उस पथ पर ले चलो ,
हे बुद्ध !
स्वर्ग नर्क का भय न जहांँ,
ज्ञान दीप जले बुद्ध का सदा,
बुद्धम् शरणम् गच्छामि ।
धम्मम् शरणम् गच्छामि ।।
संघम् शरणम् गच्छामि ।।।
उस पथ पर ले चलो ,
हे बुद्ध !
बुद्धत्व प्राप्ति हो ध्यान लगा,
निर्वाण का मार्ग मिले जहांँ,
बुद्धम् शरणम् गच्छामि ।
धम्मम् शरणम् गच्छामि ।।
संघम् शरणम् गच्छामि ।।।
रचनाकार
बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर ।