उसे कमज़ोर नहीं कह सकते
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”मौत की आंखों में आंखे
डाल कर ज़िंदगी को जन्म
देने वाली एक नारी ही होती
है, इसलिए किसी भी दृष्टि से
हम उसे कमज़ोर नहीं कह
सकते।”
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
”मौत की आंखों में आंखे
डाल कर ज़िंदगी को जन्म
देने वाली एक नारी ही होती
है, इसलिए किसी भी दृष्टि से
हम उसे कमज़ोर नहीं कह
सकते।”
डाॅ फौज़िया नसीम शाद