उसूल
देखा, मुस्कुराये और चल दिये,
भला ये भी कोई बात हुई !
!
मुहब्बत हो या नफरत जनाब,
सबके कुछ उसूल होते है !!
!
D. K. Nivatiya
देखा, मुस्कुराये और चल दिये,
भला ये भी कोई बात हुई !
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मुहब्बत हो या नफरत जनाब,
सबके कुछ उसूल होते है !!
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D. K. Nivatiya