उलझन
दुनिया का एकमात्र प्राणी,
जो व्यवस्थाएं अपने ढंग से,
बनाता है, खुद ही बनाकर,
उनमें उलझे रहता है …
और वह अपने काम खुद नहीं,
तथाकथित आराध्य के भरोसे
छोड़ देता है !!!
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस
दुनिया का एकमात्र प्राणी,
जो व्यवस्थाएं अपने ढंग से,
बनाता है, खुद ही बनाकर,
उनमें उलझे रहता है …
और वह अपने काम खुद नहीं,
तथाकथित आराध्य के भरोसे
छोड़ देता है !!!
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस