आया है प्यारा सावन
उमड़ उमड़ कर, गरज गरज कर,
घिर आये काले काले , घनर घनन घन।
देख पड़ती फुहार,पुलक रहा है तन, भीग बरसात में यूँ, खिले वन उपवन,
धरती से उठ रही, सौंधी सौंधी सी महक, हरियाली चहुँ ओर, देख झूमा जाए मन।
मन में उमंग लेके, नये नये रंग लेके, प्यार की सौगात ले के, आया है प्यारा सावन
01-08-2022
डॉ अर्चना गुप्ता