Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2021 · 1 min read

उम्र आ पहुंची आराम की ___ गजल / गीतिका

उम्र आ पहुंची आराम की, फिर भी तलाश काम की।
उदर पोषण करना ही पड़ेगा, फिक्र है इंतजाम की।।
रोजगार मिलता नहीं, हल कोई निकलता नहीं।
मजदूर है मजबूर है, दुनिया बची है केवल दाम की।।
जब से होश संभाला___ संकल्प भी ऐसा कर डाला।
भूखे रह लेंगे चाहे__ खाएंगे नहीं कभी हराम की।। सोचते हैं बचे जीवन में कभी दाग लगने नहीं देंगे।
बेदाग निकल जाएं जग से, फिक्र कहां हमें नाम की।।
हे नाथ तेरा रहे साथ सिर पर हो मेरे हमेशा हाथ।
बात यही तो मेरे लिए हमेशा रहेगी काम की।।
राजेश व्यास अनुनय

2 Likes · 2 Comments · 200 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बात जुबां से अब कौन निकाले
बात जुबां से अब कौन निकाले
Sandeep Pande
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिल एक उम्मीद
दिल एक उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
बे-ख़ुद
बे-ख़ुद
Shyam Sundar Subramanian
सिलवटें आखों की कहती सो नहीं पाए हैं आप ।
सिलवटें आखों की कहती सो नहीं पाए हैं आप ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
श्रमिक दिवस
श्रमिक दिवस
Bodhisatva kastooriya
*क्या देखते हो *
*क्या देखते हो *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कवि दीपक बवेजा
*दोहा*
*दोहा*
Ravi Prakash
"रात का मिलन"
Ekta chitrangini
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
Kumar lalit
देव विनायक वंदना
देव विनायक वंदना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
Phool gufran
गीत
गीत
दुष्यन्त 'बाबा'
कभी सब तुम्हें प्यार जतायेंगे हम नहीं
कभी सब तुम्हें प्यार जतायेंगे हम नहीं
gurudeenverma198
दोहे- शक्ति
दोहे- शक्ति
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Anand mantra
Anand mantra
Rj Anand Prajapati
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
Atul "Krishn"
3157.*पूर्णिका*
3157.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कहीं ना कहीं कुछ टूटा है
कहीं ना कहीं कुछ टूटा है
goutam shaw
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
Shiv kumar Barman
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
Ranjeet kumar patre
One day you will realized that happiness was never about fin
One day you will realized that happiness was never about fin
पूर्वार्थ
क्षितिज
क्षितिज
Dr. Kishan tandon kranti
श्री राम के आदर्श
श्री राम के आदर्श
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
२०२३
२०२३
Neelam Sharma
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम पलाश मैं फूल तुम्हारा।
तुम पलाश मैं फूल तुम्हारा।
Dr. Seema Varma
Loading...