Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2017 · 1 min read

* उम्र अगर ढ़लती नहीं *

2.4.17 प्रातः * 11.7

उग्र अगर यूं ढ़लती नहीं

कामनाये यूं छलती नहीं

नज़रें बचाते है यूं उनसे

नजरें कहीं दो-चार नहीं ।।

डर -डर निकलती है उम्र

सर -सर निकलती है उम्र

हर पल लहर लहर चलती

हरक्षण छलती चलती उम्र ।।

जलती है सूखी लकड़िया

नम जिस्म कब जलते है

दिल जलते है धूं-धूं कर

नम दिल से उठता धुंवा ।।

फ़िक्र अब क्यूं है दिल

बेफिक्र हो यूं महफ़िल

अलविदा कह अब दिल

चल अब जहां ओर कहीँ ।।

कर इबादत अपने ख़ुदा की

और पा ले जन्नत जहां की

नज़र उसकी कयामत लाती

नज्र अब उसको जवानी की।।

अब रवानी उसकी रंग लायेगी

पीछे यादें जमाने को रुलायेगी

क्या कहूं जमाना कब हंसेगा

जब वज़ह जमाने को रुलायेगी ।।

?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
माशा अल्लाह, तुम बहुत लाजवाब हो
माशा अल्लाह, तुम बहुत लाजवाब हो
gurudeenverma198
झुक कर दोगे मान तो,
झुक कर दोगे मान तो,
sushil sarna
हिय जुराने वाली मिताई पाना सुख का सागर पा जाना है!
हिय जुराने वाली मिताई पाना सुख का सागर पा जाना है!
Dr MusafiR BaithA
दिल
दिल
Er. Sanjay Shrivastava
" सुन‌ सको तो सुनों "
Aarti sirsat
हम रहें आजाद
हम रहें आजाद
surenderpal vaidya
पितर पाख
पितर पाख
Mukesh Kumar Sonkar
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Dr.Priya Soni Khare
दानवीरता की मिशाल : नगरमाता बिन्नीबाई सोनकर
दानवीरता की मिशाल : नगरमाता बिन्नीबाई सोनकर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मजदूर
मजदूर
Preeti Sharma Aseem
"बरसाने की होली"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है |
तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है |
कवि दीपक बवेजा
"क्षमायाचना"
Dr. Kishan tandon kranti
इनको साधे सब सधें, न्यारे इनके  ठाट।
इनको साधे सब सधें, न्यारे इनके ठाट।
दुष्यन्त 'बाबा'
तमगा
तमगा
Bodhisatva kastooriya
3099.*पूर्णिका*
3099.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आपकी बुद्धिमत्ता को कभी भी एक बार में नहीं आंका जा सकता क्यो
आपकी बुद्धिमत्ता को कभी भी एक बार में नहीं आंका जा सकता क्यो
Rj Anand Prajapati
कल और आज जीनें की आस
कल और आज जीनें की आस
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
समझ आये तों तज्जबो दीजियेगा
समझ आये तों तज्जबो दीजियेगा
शेखर सिंह
न चाहिए
न चाहिए
Divya Mishra
मांगने से रोशनी मिलेगी ना कभी
मांगने से रोशनी मिलेगी ना कभी
Slok maurya "umang"
वीर तुम बढ़े चलो...
वीर तुम बढ़े चलो...
आर एस आघात
*नशा करोगे राम-नाम का, भवसागर तर जाओगे (हिंदी गजल)*
*नशा करोगे राम-नाम का, भवसागर तर जाओगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कितने बड़े हैवान हो तुम
कितने बड़े हैवान हो तुम
मानक लाल मनु
I want to collaborate with my  lost pen,
I want to collaborate with my lost pen,
Sakshi Tripathi
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
महा कवि वृंद रचनाकार,
महा कवि वृंद रचनाकार,
Neelam Sharma
24, *ईक्सवी- सदी*
24, *ईक्सवी- सदी*
Dr Shweta sood
Loading...