Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2024 · 1 min read

उम्मीद

न जाने शेर में किस दर्द का हवाला था
कि जो भी लफ़्ज़ था वो दिल दुखाने वाला था.
आशा की थी कि दरिया पार कर जायेंगे साथ मे
लेकिन वो शक्श ही ह्रदय से गेम वाला था
उम्मीद के बसर मे निकले थे हम
पर वह मुसाफिर ही लफ्जो से प्रकाश डालने वाला था
नयन बिछाए थे जिसके ख्वाबो मे
वह सज्जन ही अरमानो को बहाने वाला था
शेखर की कलम से ✍️

Language: Hindi
1 Like · 71 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
साधना  तू  कामना तू।
साधना तू कामना तू।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
रंज-ओ-सितम से दूर फिरसे इश्क की हो इब्तिदा,
रंज-ओ-सितम से दूर फिरसे इश्क की हो इब्तिदा,
Kalamkash
जीवन मर्म
जीवन मर्म
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
Rituraj shivem verma
हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी,
हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी,
Neelam Sharma
कर सत्य की खोज
कर सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
🤲
🤲
Neelofar Khan
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
सत्य कुमार प्रेमी
"खुद का उद्धार करने से पहले सामाजिक उद्धार की कल्पना करना नि
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
अब देख लेने दो वो मंज़िल, जी भर के साकी,
अब देख लेने दो वो मंज़िल, जी भर के साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*****नियति*****
*****नियति*****
Kavita Chouhan
हरियाली तीज
हरियाली तीज
VINOD CHAUHAN
तुम आंखें बंद कर लेना....!
तुम आंखें बंद कर लेना....!
VEDANTA PATEL
"You’re going to realize it one day—that happiness was never
पूर्वार्थ
सूरज चाचा ! क्यों हो रहे हो इतना गर्म ।
सूरज चाचा ! क्यों हो रहे हो इतना गर्म ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
3780.💐 *पूर्णिका* 💐
3780.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
Anand Kumar
जमाने से विद लेकर....
जमाने से विद लेकर....
Neeraj Mishra " नीर "
सपनों में खो जाते अक्सर
सपनों में खो जाते अक्सर
Dr Archana Gupta
*मेरी रचना*
*मेरी रचना*
Santosh kumar Miri
"" *दिनकर* "'
सुनीलानंद महंत
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
Rj Anand Prajapati
Haiku
Haiku
Otteri Selvakumar
जय हो जय हो महादेव
जय हो जय हो महादेव
Arghyadeep Chakraborty
लतियाते रहिये
लतियाते रहिये
विजय कुमार नामदेव
#दोहा
#दोहा
*प्रणय*
*श्री शक्तिपीठ दुर्गा माता मंदिर, सिविल लाइंस, रामपुर*
*श्री शक्तिपीठ दुर्गा माता मंदिर, सिविल लाइंस, रामपुर*
Ravi Prakash
" गपशप "
Dr. Kishan tandon kranti
शीर्षक:-आप ही बदल गए।
शीर्षक:-आप ही बदल गए।
Pratibha Pandey
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
DrLakshman Jha Parimal
Loading...