Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Apr 2024 · 3 min read

उम्मीद

उम्मीद
******
उम्मीद जिसे हम आस , आशा, ख़्वाहिश, अपेक्षा, भरोसा आदि जैसे असंख्य नामों से जानते है, यक़ीनन उम्मीद वह खूबसूरत एहसास है जो हमारी ज़िंदगी में खुशियों के रंग ही नहीं भरती बल्कि हमारी कामयाबी के कठिन और दुश्वार रास्तों को भी आसान बनाती है, उम्मीद है तो सब कुछ मुमकिन है उम्मीद के बिना ज़िंदगी में जैसे कुछ भी नहीं, उम्मीद हमें जीने का हौंसला देती है या यूँ कहें कि उम्मीद के बगैर हम ज़िंदगी का तसव्वुर भी नहीं कर सकते उम्मीद के बिना जिंदगी में कुछ भी नहीं, एक उम्मीद ही होती है जो नामुमकिन को भी मुमकिन करने का जज़्बा हमारे अंदर पैदा कर देती है हमारे हौसलों को पंख ही नहीं देती बल्कि हमें उड़ना भी सिखा देती है और इसी उम्मीद के भरोसे हम हर नामुमकिन काम को भी मुमकिन कर दिखाते हैं, कहते भी है कि उम्मीद पर दुनिया क़ायम है, तो ये हक़ीक़त है ,उम्मीद के दम पर हम दुनिया को जीत सकते हैं वहीं इसके न होने पर हम दुनिया को , तो कभी अपनी ज़िंदगी को भी हार जाते हैं ।
इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम कभी अपनी उम्मीद को खत्म न होने दे और इसमें कोई दो राय नहीं है कि हम अपनी उम्मीद के उजाले से अपनी नाउम्मीदी और मायूसी के अंधेरो को दूर कर सकते है और अपनी ज़िंदगी को खुशियों से भर सकते है ।
यह उम्मीद ही हो तो होती है जो अभी हम खुद से करते है तो कभी दूसरों से रखते हैं , दूसरों से उमीद रखना अक्सर हमें मायूस कर देता है हमारी ज़िंदगी को खुशहाल बनाने में उम्मीद अहम किरदार निभाती है , हम जब कभी अपनी उम्मीद खोते हैं तो अंदर से टूट जाते हैं और जब कोई हमारा अपना हमारी उम्मीद तोड़ता है तो एक बे’यकीनी हमारे दिल में घर कर जाती है और हमारा यकीन ऐसा टूटता है कि हम चाह कर भी न किसी से कोई उम्मीद नहीं रख पाते हैं और न कभी किसी पर यकीन कर पाते हैं , बहुत से कमज़ोर दिल के लोग तो उम्मीद टूट जाने पर अपनी ज़िंदगी तक को हार जाते हैं इसलिए हम सभी की कोशिश होनी चाहिए कि उम्मीद हमेशा अपने रब और खुद से रखनी चाहिए ,बेशक एक हमारा रब ही तो है जो हमें कभी भी नाउम्मीद नहीं करता ,बहरहाल उम्मीदें ज़्यादा नहीं मुख़्तसर रखें , दूसरों से उम्मीद रखने से पहले देख लें कि जिससे आप उम्मीद रख रहें हैं वो आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने के क़ाबिल हैं भी या नहीं, बेकार में बे’एतबार लोगों से उम्मीद रखना बेवकूफ़ी के सिवा कुछ भी नहीं,उम्मीद के टूटने का दर्द कितना तकलीफ़ देता है ये वही महसूस कर सकता है जिसकी उम्मीद टूटी होती है किसी की उम्मीद हमसे कभी न टूटे यह कोशिश हम सभी को पूरे दिल से करनी चाहिए,माना की ज़िंदगी में हमें वो सब हासिल नहीं होता जिसकी उम्मीद हमें शिद्दत से होती है लेकिन ये ज़िंदगी है यहां कोई मुकम्मल नहीं, हमें उम्मीद होती है लेकिन हर उम्मीद हमारी पूरी हो या कोई दूसरा हमारी उम्मीद पर खरा उतरे ये ज़रूरी तो नहीं , लेकिन जब तक सांस चले उम्मीद का दामन कभी न छोड़े ,एक दिन सब ठीक हो जाएगा यह लफ़्ज़ अंधेरे में चमकती एक उम्मीद की रोशनी ही तो है जो हमें ज़िंदगी में हौसलें के साथ हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है और वैसे भी हम उम्मीद के उजाले से ही नाउम्मीदी के अंधेरो को कामयाबी के साथ मिटा सकते हैं, याद रखें दूसरों से उम्मीदें वाबस्ता रखना महज़ अपनी खुशी के लिए गलत है ऐसी बे’वजह की उम्मीदें हमारे दुःख की वजह बनती हैं इसलिए इससे हमेशा दूर रहें बहरहाल टूटती हैं उम्मीदें लेकिन फिर भी टूटी उम्मीद में एक उम्मीद की रोशनी हमारी नाउम्मीदी के अंधेरो को दूर कर देती है या एक तरह से कहें तो उम्मीद हमारे ज़िंदा होने की पहली शर्त है और हमारी ज़िंदगी का सबसे बड़ा सहारा इसलिए अपनी उम्मीद को कभी भी किसी भी क़ीमत पर ख़त्म न होने दें ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: लेख
3 Likes · 86 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
3297.*पूर्णिका*
3297.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जो नभ को कण समझता है,
जो नभ को कण समझता है,
Bindesh kumar jha
शादी का बंधन
शादी का बंधन
पूर्वार्थ
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
विनती मेरी माँ
विनती मेरी माँ
Basant Bhagawan Roy
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय*
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
Ravi Prakash
नव वर्ष हैप्पी वाला
नव वर्ष हैप्पी वाला
Satish Srijan
क्या तुम कभी?
क्या तुम कभी?
Pratibha Pandey
कविता
कविता
Pushpraj devhare
ग़ज़ल (थाम लोगे तुम अग़र...)
ग़ज़ल (थाम लोगे तुम अग़र...)
डॉक्टर रागिनी
दोस्ती : कल और आज
दोस्ती : कल और आज
Shriyansh Gupta
" धुन "
Dr. Kishan tandon kranti
यहां लोग सिर्फ़ औकात देखते हैं,
यहां लोग सिर्फ़ औकात देखते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गंगा- सेवा के दस दिन (आठवां दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन (आठवां दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
सरल भाषा में ग़ज़लें लिखना सीखे- राना लिधौरी
सरल भाषा में ग़ज़लें लिखना सीखे- राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
Ashwini sharma
World Environment Day
World Environment Day
Tushar Jagawat
करते हो परेशान क्यूँ मुझको,आज फिर अपनी यादों से
करते हो परेशान क्यूँ मुझको,आज फिर अपनी यादों से
Kailash singh
अलाव की गर्माहट
अलाव की गर्माहट
Arvina
जहर मे भी इतना जहर नही होता है,
जहर मे भी इतना जहर नही होता है,
Ranjeet kumar patre
एक गुजारिश तुझसे है
एक गुजारिश तुझसे है
Buddha Prakash
ग्रंथ
ग्रंथ
Tarkeshwari 'sudhi'
*गीत*
*गीत*
Poonam gupta
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
डॉ अरूण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक 😚🤨
डॉ अरूण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक 😚🤨
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्यों रिश्तों में आता है बदलाव
क्यों रिश्तों में आता है बदलाव
Chitra Bisht
सैनिक की पत्नी की मल्हार
सैनिक की पत्नी की मल्हार
Dr.Pratibha Prakash
आधुनिक हिन्दुस्तान
आधुनिक हिन्दुस्तान
SURYA PRAKASH SHARMA
बापक भाषा
बापक भाषा
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...