— उम्मीद —
उम्मीद – किसी से क्यूँ रखते हो. ?? .हमारे देश की हालत बाकी देशों से कहीं ज्यादा खराब होने में देर नहीं लगेगी। लोगों के अंदर धैर्य नाम की चीज नहीं है..उनको अपनी जुबान पर काबू नहीं है…वो यहाँ बंध के रहना नहीं चाहते, इसी वजह से इस देश की हालत आने वाले समय में खराब जरुर हो जायेगी। और आप उम्मीद करते हैं कि शायद सरकार आपको पूरी सहायता देगी, आज तक का इतना बड़ा अनुभव समेटे हुए बैठा है एक एक आदमी, उस के बाद भी उम्मीद लगाए बैठा है…सब को इतनी जल्दी बाजी है, की बस जल्द से जल्द मेरा काम पूरा हो जाए..जल्द से जल्द मेरे को फास्ट फ़ूड , जंक फ़ूड खाने को मिल जाए, जल्दी से जल्दी सब कुछ वैसा ही हो जाए…यहाँ जाऊं, वहां जाऊं, आदि आदि .होगा, सब कुछ होगा, पर वक्त लगेगा, अब जितना किसी की गलतिओं की वजह से इतना बड़ा बम्ब फूटा है, उस के कतरे कतरे को समेटने में समय लगेगा, इंसान की जरा सी लापरवाही का नतीजा सब को भुगतना पड़ रहा है.. खुद देखो >> मात्र एक केस आया था भारत में, किस की लापरवाही से आया था, सब को पता है, आज यह संख्या कहाँ पहुँच गयी , किस की वजह से..सब को पता है, ऐसे में उम्मीद कर रहे हो कि सब कुछ सामान्य हो जाए। .जब सब जानते है, एक नेता यहाँ लेता ही लेता है, देता कुछ नहीं है, उस से आप कैसी उम्मीद कर सकते हो..दिल्ली वाले को देख लो, कितना बड़ा बहरूपिया है…आये दिन खुद भी देखते हो, आज रो रहा है, तनख्वाह देने को पैसे नहीं हैं, कल तक सारी दिल्ली को मुफ्त में सब बाँट रहा था..जैसे उस के घर में न जाने कितना बड़ा भण्डार भरा रखा था..और अब सारी हवा निकल गयी, ऐसे ही बेहिसाब के नेता भारत देश में विराजमान हैं..आप कैसी उम्मीद पाल के बैठे हो. कि वो आपका भला कर देंगे, भाषण देना बहुत आसान है, हाथ घुमा के बता बहुत आसान है, मुंह से तो मैं भी सब को सारी दुनिआ घुमा दूंगा, मजा तो तब है, कि उस में मैने सब को कितना फायदा पहुँचाया, तब तो लोग खुश होने न, मुंह से बोल देने से कोई ख़ुशी नहीं मिलेगी। इसलिए सारी बात का इतना सा निचोड़ निकलता है, आप अपनी रक्षा खुद करो, सरकार से किसी भी तरह की उम्मीद न रखना, मास्क पहन कर , हाथ में ग्लब्स पहनकर, सर पर कपडा बाँध कर, दो पहिया पर जाते हो तो हेलमेट पहनकर, सुरक्षित यात्रा करो, घर में वापिस आकर अपने सारे कपडे निकाल कर धो डालो, खुद नहा धोकर अपने परिवार के साथ बैठो, हाथ पर ज़्यादा सैनिटाइजर का इस्तेमाल न करना, वर्ना कैंसर का खतरा बेवजह साथ में पल जाएगा, और जितना भी हो सके अपने रोग प्रतिरोधकक्षमता को बढ़ा कर रखो. तभी हम आप आपसे में एक दूसरे को देख सकते है…और सोशल डिस्टेंस का पालन जरूर करो…इस में किसी का फायदा नहीं है, अपना खुद का फायदा है, अंत में फिर कहूंगा, सरकार पर उम्मीद को पालना बंद कर दो..वो कुछ दे तो ठीक न दे तो भी ठीक, सब कुछ सामान्य होते है, हमारी सब की गाडी का पहिया घूमने लग जाएगा, तब तक अपने जगत के पालनहारे का ध्यान करो, फिर काम में लग जाओगे, विमुख हो जाओगे, इस समय को ऐसे ही न खत्म करो…जय श्री राम, जैसी कृष्णा, वाहेगुरु सतनाम।।।राधे राधे आप सभी को.
अजीत कुमार तलवार
मेरठ ..