उम्मीद और हौंसला, हमेशा बनाये रखना
उम्मीद और हौंसला, हमेशा बनाये रखना।
होना नहीं निराश, जिंदगी को हंसाये रखना।।
उम्मीद और हौंसला ————————।।
सहते हैं कितनी धूप, ये दरख़्त इस जमीं पर।
इनकी तरह तू खुद में, हिम्मत बनाये रखना।।
उम्मीद और हौंसला ————————।।
नदियों की राह में आते हैं, कितने पहाड़- मोड़।
इनकी तरह कदम तू , मंजिल पे बनाये रखना।।
उम्मीद और हौंसला ————————।।
पूनम हो या अमावस, चाहे मौसम हो कोई भी।
सूरज- सितारों की तरह, रोशनी बनाये रखना।।
उम्मीद और हौंसला ————————।।
काँटें हो या तूफ़ां, या साथ नहीं हो कोई भी।
देगा खुशी खुदा तुम्हें, ख्वाब बनाये रखना।।
उम्मीद और हौंसला ————————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)